"जान है तो जहान है"
नमस्कार साथियों,
सकारात्मकता से प्रज्वलित भारत में आप सभी का हार्दिक अभिनंदन 🙏 ।
आज हम बात करेंगे कि यातायात नियमों का हमारे जीवन को संरक्षित रखने में कितना महत्वपूर्ण योगदान है।वाहन चलाते समय हमें सबसे महत्वपूर्ण बात हमेशा धयान में रखनी चाहिए कि घर पर कोई हमारा इंतज़ार कर रहा है। यातायात नियम हमारी सुरक्षा के लिए बनाए गए है ना कि हमारी बाध्यता के लिए, इसीलिए स्वयं तथा दूसरों की सुरक्षा के लिए हमे कठोरतापूर्वक यातायात नियमों का पालन करना चाहिए ।
तो आइए, समझते है कि प्रमुख यातायात नियमों के माध्यम से सड़क दुर्घटनाओं को किस प्रकार नियंत्रित किया जाए -
दुर्घटना कारण - ओवरटेक
यातायात नियम - वाहन चलाते समय किसी से रेस ना लगायेे / ओवरटेक ना करेे ।
नियम की आवश्यकता- यह ज़रूरी नही कोई आपसे आगे निकल गया है तो आप भी उससे आगे निकले। नियमो में निर्धरित गति सीमा मेंं
वाहन चलाने पर ही हमारी तथा दूसरो की सुरक्षा बनी रहती है ।
दुर्घटना कारण - हेलमेट एवं सीटबेल्ट का उपयोग ना करना ।
यातायात नियम - दुपहिया वाहन पर हेलमेट तथा चौपहिया वाहन पर सीटबेल्ट का प्रयोग करे ।
नियम की आवश्यकता - अधिकांश लोग हेलमेट व सीटबेल्ट को एक बंदिश समझते
है ,जैसे ही कोई यातायात पुलिसकर्मी दिखता है तो इनका प्रयोग करते है अन्यथा हटा देते है। यदि कोई दुर्घटना हो भी जाये तो दोनों ही वस्तुयें एक कवच की भांति हमारी रक्षा करती है, अतः हमें स्वप्रेरणा से इनका प्रयोग करना चाहिये ।
दुर्घटना कारण - यातायात संकेतो का पालन न करना ।
यातायात नियम - वाहन चलाते समय यातायात संकेतो {लाल लाइट, पीली लाइट,हरी लाइट} का पालन करे ।
नियम की आवश्यकता - यातायात संकेतो को तोड़कर जल्दी सेे निकलना हमे वीरता का अनुभव देता है , परन्तु यह वीरता नही मूर्खता का कार्य है ।अतः हमेंंशा (Red light - stop, yellow light - ready for go , Green light - go) का पालन करे ।
सड़क दुर्घटनाओं का सबसे बड़ा कारण है - जल्दबाजी । अतः व्यक्तिगत स्तर पर प्रत्येक व्यक्ति को चाहिये कि वह धैर्यतापूर्वक सड़क मार्ग का उपयोग करें ।
यातायात नियमों की अनुपालना + व्यक्तिगत सुधार = सुरक्षित जीवन
जान है तो जहान है
अतः सुरक्षित रहे , स्वस्थ रहें ।
धन्यवाद 🙏
~~~ प्रज्ञा शर्मा~~~
Great Awareness attempt
ReplyDelete👏👏
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