Posts

Showing posts with the label आकर्षण का सिद्धांत

स्वामी विवेकानंद: युवाओं के आदर्श

Image
नमस्कार, सकारात्मकता को समर्पित संप्रभा ब्लॉग पर आपका स्वागत है। आज हम बात करने जा रहें हैं एक ऐसी शख्सियत के बारे में जिन्होनें अपने जीवन द्वारा मानव सभ्यता को एक नई व उज्ज्वल  दिशा दिखाने का कार्य किया। एक ऐसे मार्गदर्शक जिन्होनें वैज्ञानिकता और आध्यात्मिकता के अद्भुत संगम की लौ जलाई। स्व-अभिप्रेरणा एवं आत्मविश्वास किस प्रकार मनुष्य को उन्नति के पथ पर अग्रसर करता है, इसका संदेश उन्होंने अपने कर्मों व रचनाओं द्वारा दिया। कोई भी व्यक्तित्व यूँ ही आदर्श नहीं हो जाता, इसके पीछे होती है उनकी दृढ़ता, उनका मनोबल, उनके प्रेरणास्पद कर्म एवं उनके द्वारा प्रस्तुत  किए गए प्रतिमान। आइए जानते हैं कि क्यों स्वामी विवेकानंद युवाओं के आदर्श कहे जातें हैं- बदलाव की पद्धति :  स्वामी विवेकानंद जी के अनुसार सकारात्मक सामाजिक एवं सांस्कृतिक बदलाव हिंसक क्रांति से नहीं, बल्कि गहन एवं यथोचित शिक्षा द्वारा लाए जाते हैं। ऐसी शिक्षा, जो व्यक्ति में निहित उसकी क्षमताओं का पूर्ण विकास करने में सक्षम हो, ही बदलाव की वाहक होती है। वे मानते थे कि वास्तविक बदलाव कर्म द्वारा ही संभव है तथा उनका विशेष बल सदैव कर्म