मानसिक स्वास्थ्य को उत्तम कैसे रखा जाए - भावात्मक पक्ष
सकारात्मक मूड सकारात्मक मूड या सकारात्मक विचार व्यक्ति को कठिन से कठिन परिस्थिति को भी नियंत्रित करने में मदद करते हैं ,वर्तमान समय में व्यक्ति हरदम सकारात्मकता की खोज में रहता हैं इसका कारण है- वर्तमान परिवेश। सकारात्मक मन का निर्माण साफ हवा व प्रकृति के करीब जाकर भी किया जा सकता है। जब भी खाली समय मिले तो क्यों ना कुछ समय एकांत में बिताया जाए और यह एकांत भरा स्थान प्रकृति के करीब हो। कई शोधों में यह बात सामने आई है कि व्यक्ति को नकारात्मकता से सकारात्मकता में लाने का कार्य प्रकृति भी करती है। जीवन में संतुष्टि समय के साथ- साथ बढ़ती चकाचौंध की दुनिया ने व्यक्ति की इच्छाओं को भी बढ़ा दिया है और बढ़ते इच्छा असंतुष्टि पैदा करती है । जीवन में संतुष्टि के लिए जरूरी हो जाता है कि हम लक्ष्य पर पहुंच कर ही खुश ना हो बल्कि क्यों ना इससे पूर्व जो भी छोटे-छोटे पड़ाव पार करें उन्हें पार करने पर भी खुशी बस मनाएं। छोटी-छोटी उपलब्धियों पर खुश होना है, जीवन में संतुष्टि के भाव पैदा करती है। बड़े लक्ष्य तक पहुंचने से पूर्व सकारात्मक मूड के साथ जीवन की संतुष्टि उस लक्ष्य के मज्जे को दुगुना कर द